११ जनवरी से ९ फ़रवरी तक माघ मास है। सामान्य जल भी गंगा जल माना जाता है माघ मास में । प्रत्येक तिथी पर्व के रूप में माघ मास की मानी गयी है इन तिथीयों में स्नान, दान, जप, उपवास, भगवत् पूजा, संत दर्शन, अत्यन्त फलदायी माना जाता है। माघी पूर्णिमा, अगर किसी कारण एक महीना आप स्नान नही कर सकते भोर में तडके, तो एक सप्ताह ही कर लीजिये और एक सप्ताह नही कर सकते तो ३ दिन तो उस पर्व के निमित्त कर लिजीयें और ३ दिन भी नही कर सकते तो पूनम के दिन तो कर ही लेना। और इस माघ मास में २६ जनवरी आज १० है २६ जनवरी का दिन जो है उसका बडा महत्व हैं क्योकि २६ जनवरी को सोमवती अमावस्या है। जैसा सूर्य ग्रहण के समय जप तप दान करने का फल होता है वैसा ही फल सोमवती अमावस्या को होता हैं। ऐसा ही महाफल। महापुण्य रविवार की सप्तमी पड़ जाये तो वो महाफल होता हैं। मंगलवार की चतुर्थी तिथी आ जाये तो भी वही महाफल होता हैं और बुधवार की अष्टमी आ जाये तो इन पर्वों का इन तिथीयों का बडा प्रभाव पडता हैं।
वर्ष २००९ में ये तिथीयाँ किस दिन आती है वो निम्न हैं -
०४ मार्च २००९ - बुधवार - अष्टमी
२८ अप्रेल २००९ - मंगलवार - चतुर्थी
२८ जून २००९ - रविवार - सप्तमी
१५ जुलाई २००९ - बुधवार - अष्टमी
२९ जुलाई २००९ - बुधवार - अष्टमी
०८ सितम्बर २००९ - मंगलवार - चतुर्थी
२२ सितम्बर २००९ - मंगलवार - चतुर्थी
२५ अक्टूबर २००९ - रविवार - सप्तमी
२५ नवम्बर २००९ - बुधवार - अष्टमी
०९ दिसम्बर २००९ - बुधवार - अष्टमी
यदि कोई गलती हो गयी हो तो गुरुदेव से क्षमा प्रार्थी हूँ ।